New Year Poems in English and Hindi: Happy New you year to you. If you are searching for new year poems then here I have the collection of few best New year poems in both languages English and Hindi.
More Stuff about New Year
New Year Poems in English
New Year Poem By Ella Wheeler Wilcox
What can be said in New Year rhymes,That’s not been said a thousand times?The new years come, the old years go,We know we dream, we dream we know.We rise up laughing with the light,We lie down weeping with the night.We hug the world until it stings,We curse it then and sigh for wings.We live, we love, we woo, we wed,We wreathe our prides, we sheet our dead.We laugh, we weep, we hope, we fear,And that’s the burden of a year.”
New Year Poem on Resolutions
My New Year Solutions, Not ResolutionsThis year I want to be a monkeyJumping from tree to treeNext year I can be a donkeyBraying from sky to sea.Every year I want to changeAnd experience something newI wish I am something strangeLike the disappearing dew.I want to feel the life of a lion kingSitting inside its majestic skinTurning into a peacock I will singAnd be a cuckoopea Siamese twinWhy can’t I be a bubble?Blow away and disappearInstead of getting into troubleMaking resolutions every year.
New Year Poems in Hindi
नया साल क्या लाएगा.. नया साल भी सताएगाख्वाब दिखायेगा, कदम बहकायेगाठोकरे देकर संभालना सिखाएगायाद दिलाएगा, हमे रुलाएगावास्ते देकर फिर चुप कराएगाआरज़ू जगायेगा, नींदें उड़ाएगादिलासे देकर फिर सुलाएगायादें महकाएगा, गीत लिखवाएगाआंसू छलकाकर अकेला छोड़ जायेगाउम्मीदे लाएगा, हसरतें जगायेगाजीना सिखाएगा, यादें दे जायेगानया साल क्या लाएगा… नया साल भी गुजर जायेगा
New Year Poems in Hindi by Harivansharay Bacchan
नव वर्षहर्ष नवजीवन उत्कर्ष नवनव उमंगनव तरंगजीवन का नव प्रसंगनवल चाहनवल राहजीवन का नव प्रवाहगीत नवलप्रीति नवलजीवन की रीति नवलजीवन की नीति नवलजीवन की जीत नवल
– हरिवंश राय बच्चन
New Year Poems in Hindi to Welcome New Year
स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा, अभिनंदन नववर्ष तुम्हारादेकर नवल प्रभात विश्व को, हरो त्रस्त जगत का अंधियाराहर मन को दो तुम नई आशा, बोलें लोग प्रेम की भाषासमझें जीवन की सच्चाई, पाटें सब कटुता की खाईजन-जन में सद्भाव जगे, औ घर-घर में फैले उजियारा।।स्वागत है नववर्ष तुम्हारामिटे युद्ध की रीति पुरानी, उभरे नीति न्याय की वाणीभय आतंक द्वेष की छाया का होवे संपूर्ण सफायाबहे हवा समृद्धि दायिनी, जग में सबसे भाईचारा।।स्वागत है नववर्ष तुम्हाराकरे न कोई कहीं मनमानी दुख आंखों में भरे न पानीहर बस्ती सुख शांति भरी हो, मुरझाई आशा लता हरी होभूल सके जग सब पी़ड़ाएं दुख दर्दों क्लेशों का मारा।।स्वागत है नववर्ष तुम्हारावातावरण नया बन जाए, हर दिन नई सौगातें लाएसब उदास चेहरे मुस्काएं, नए विचार नए फूल खिलाएंममता की शीतल छाया में जिए सुखद जीवन जग सारा।।स्वागत है नववर्ष तुम्हारा– प्रो. सीबी श्री
New Year Poems in Hindi By DR. Roopchandra Shastri Mayank
बुलबुल गाये मधुर तराने, प्रेम-प्रीत का हो संसार।नया साल मंगलमय होवे, महके-चहके घर परिवार।।ऋतुओं में सुख की सुगन्ध हो,काव्यशास्त्र से सजे छन्द हों,ममता में समानता होवे, मिले सुता को सुत सा प्यार।नया साल मंगल मय होवे, महके-चहके घर-परिवार।।फूल खिलें हों गुलशन-गुलशन,झूम-झूमकर बरसे सावन,नदियों में कल-कल निनाद हो, मोर-मोरनी गायें मल्हार।नया साल मंगल मय होवे, महके-चहके घर-परिवार।।भेद-भाव का भूत न होवे,कोई पूत कपूत न होवे,हिन्दी की बिन्दी की गूँजे, दुनियाभर में जय-जयकार।नया साल मंगल मय होवे, महके-चहके घर-परिवार।।
ए साल का शोर है, नई नहीं है बात।महज नाम ही बदलते, कब बदले हालात॥वही दिसंबर-जनवरी, वही फरवरी-मार्च।नहीं फेंकती रोशनी, बिगड़ गई है टार्च॥बड़ी-बड़ी है मछलियां, छोटे हैं तालाब।चुटकीभर है जिन्दगी, मुट्टीभर हैं ख्वाब॥खेतों में खटता रहा, होरी भूखे पेट।भैयाजी होते रहे, निस-दिन ओवर वेट॥हम धरती के पूत हैं, वे राजा के पूत।वो रेशम की डोरियां, हम हैं कच्चे सूत॥पैसा उनका ज्ञान है, पैसा उनका धर्म ।लज्जित होते ही नहीं, करके काले कर्म॥ऊंचाई का दंभ है, ऊंचाई से प्यार।हाथी भी लगता उसे, चींटी जैसा यार।महक रहे हैं आप तो, जैसे कोई फूल।कीचड़ अपनी जिन्दगी, हम पांवों की धूल॥खेती-बाड़ी, गाड़ियां, यहां-वहां दस प्लॉट।पांच साल में हो गए, भैयाजी के ठाट॥घरवाली भाती नहीं, परनारी की चाह।बेघर तू हो जाएगा, घर की कर परवाह॥मिटे नहीं हैं फासले, घटे नहीं हैं भेद।चिंता बढ़ती जा रही, बढ़े नाव में छेद॥
New Year Poems in Hindi By Govind Sen
बीते साल की यादें कुछ ऐसी होती है..कुछ ख़्वाहिशें दिल में रह जाती है..कुछ बिन मांगे मिल जाती है..कुछ तो अधूरे रह जाते है..कुछ नए साल के सफर में जुड़ जाते है..कुछ मुझसे खफा खफा सा रहते है..कुछ तो बहुत खुश है मुझसे..कुछ मुझे याद करते है..कुछ तो मुझे भूल गए है..कुछ तो सायद अनजान है..तो कुछ बहुत परेसान है..किसी को मेरा इन्तेजार है..किसी का मुझे इन्तेजार है..उम्मीद करते है आने वाले साल में..जो मुझसे जितना दूर है वो मुझसे उतना ही करीब है!
Sad New Year Poems in Hindi
साल निकल रहा है,कुछ नया होता है..कुछ पुराना पीछे रह जाता है…कुछ ख्वाईशैं दिल मैं रह जाती हैं..कुछ बिन मांगे मिल जाती हैं .कुछ छौड कर चले गये..कुछ नये जुड़ेंगे इस सफर मैं ..कुछ मुझसे खफा हैं..कुछ मुझसे बहुत खुश हैं..कुछ मुझे भूल गये… कुछ मुझे याद करते हैं…कुछ शायद अनजान हैं कुछ बहुत परेशान हैं..कुछ को मेरा इंतजार हैं .. कुछ का मुझे इंतजार है..कुछ सही है कुछ गलत भी है.कोई गलती तो माफ कीजिये औरकुछ अच्छा लगे तो याद कीजिये!!
जिन्दगी का एक ओर वर्ष कम हो चला,कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला..कुछ ख्वाईशैं दिल मे रह जाती हैं..कुछ बिन मांगे मिल जाती हैं ..कुछ छोड़ कर चले गये..कुछ नये जुड़ेंगे इस सफर मे ..कुछ मुझसे बहुत खफा हैं..कुछ मुझसे बहुत खुश हैं..कुछ मुझे मिल के भूल गये..कुछ मुझे आज भी याद करते हैं..कुछ शायद अनजान हैं..कुछ बहुत परेशान हैं..कुछ को मेरा इंतजार हैं ..कुछ का मुझे इंतजार है..कुछ सही हैकुछ गलत भी है.कोई गलती तो माफ कीजिये औरकुछ अच्छा लगे तो याद कीजिये।
बीते साल की यादें कुछ ऐसी होती है..कुछ ख़्वाहिशें दिल में रह जाती है..कुछ बिन मांगे मिल जाती है..कुछ तो अधूरे रह जाते है..कुछ नए साल के सफर में जुड़ जाते है..कुछ मुझसे खफा खफा सा रहते है..कुछ तो बहुत खुश है मुझसे..कुछ मुझे याद करते है..कुछ तो मुझे भूल गए है..कुछ तो सायद अनजान है..तो कुछ बहुत परेसान है..किसी को मेरा इन्तेजार है..किसी का मुझे इन्तेजार है..उम्मीद करते है आने वाले साल में..जो मुझसे जितना दूर है वो मुझसे उतना ही करीब है!
सर्द रातों की एक हवा जागीऔर बर्फ़ की चादर ओढ़सुबह के दरवाज़े पर दस्तक दी उसनेउनींदी आँखों से सुबह की अंगड़ाई में भीगी ज़मीन से ज्यों फूटाएक नया कोपलनए जीवन और नई उमंगनई खुशियों के संगदफ़ना कर कई काली रातों कोझिलमिलाते किरनों में भीगतानई आशाओं की छाँव मेंनए सपनों का संसार बसानेबर्फ़ीली रात की अंगड़ाई के साथबसंत के आने की उम्मीद लिएआज सब पीछे छोड़चला वो अपनाने नए आकाश कोनए सुबह की नई धूप मेंनई आशाओं की नई किरन के संगआज फिर आया है नया सालपीछे छोड़ जाने को परछाइयाँ– मानोशी चैटर्जी
More Stuff about New Year
- New Year Poems in English and Hindi
- Happy New Year Images, Pictures, Photos, and Wallpapers in HD
- Happy New Year Wishes, Quotes, SMS, and Messages
{2019} New Year Poems in English and Hindi
Reviewed by aadmin
on
March 17, 2018
Rating:

No comments: